ज़ुबान जब एक झलक दिखी उस चाँद की तो: दिल में एक टीस उठी, जागे हुए अरमान मचल गए सोयी सी तक़दीर जाग उठी! बंद करके पंखुरियों को जब हम ने बना ली अपनी ज़ुबान तरन्नुम प्यार के गाने लगे यह धरती और आसमान! Share this:TwitterFacebookEmailLike this:पसंद करें लोड हो रहा है... Related