बिखरे हैं कई मोती निकल कर सीप से
सागर के किनारे , लहरों में पड़े
कुछ चुनिंदा मोती, मैं चुन लूँ
बनाकर माला उन्हें पिरों लूँ।
रह जाएंगे यूँ वह दिल के करीब
निखर जाएगी जुस्तजू
सुनकर उनका बयां
कितने अनमोल ,खुशनसीब
है वह जिन्होंने लिखी
मोहब्बत की दास्तां .
oh yessssssssssss .. and it is true on humans tooo.. how lucky and happy and beautiful are the people who have written the story and lived the story of LOVE …
Thanks BIkram