अल्फाज की गहराई,
नहीं मोहताज
उम्र के दस्तावेज पर
लब्ज करते है बयान ये
वो दर्द और किस्से
जो उतरे हैं खंजर से
रूह की गहराई में !
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wings of thoughts!
अल्फाज की गहराई,
नहीं मोहताज
उम्र के दस्तावेज पर
लब्ज करते है बयान ये
वो दर्द और किस्से
जो उतरे हैं खंजर से
रूह की गहराई में !
कभी लब्ज करे सवाल , कि मैँ कौन हूँ
जश्ने उल्फत कहे कि शराब हूँ
जिसे देख् कर ना,
कभी भी यह दिल भरे
जो लगा लूँ लब से तो
नशा ही हो !
तेरी जिंदगी का बस एक पल ही हूँ
तुझे इल्म हो , यह दुआ करूँ!