मैँ कौन हूँ कभी लब्ज करे सवाल , कि मैँ कौन हूँ जश्ने उल्फत कहे कि शराब हूँ जिसे देख् कर ना, कभी भी यह दिल भरे जो लगा लूँ लब से तो नशा ही हो ! तेरी जिंदगी का बस एक पल ही हूँ तुझे इल्म हो , यह दुआ करूँ! Share this:TwitterFacebookEmailLike this:पसंद करें लोड हो रहा है... Related
आपकी हिंदी पंक्तियां पसंद आर्इं, कशिश, पूर्ण शालीनता की परिभाषा देने में भी माहिर हो। धन्यवाद…by https://vijayrampatrika.wordpress.com/ प्रतिक्रिया
आपकी हिंदी पंक्तियां पसंद आर्इं, कशिश, पूर्ण शालीनता की परिभाषा देने में भी माहिर हो।
धन्यवाद…by https://vijayrampatrika.wordpress.com/
Aapka bohot shukriya!
Jivan bhar khud ki talash hu