लिहाफ रफ्ता रफ्ता यह ख्याल आता है दिल में इस गुलाबी ठण्ड के ठिठुरते पलों में सिली सिली यादों का एक मखमली लिहाफ ओढ़ लूँ कुछ पल के लिए कुछ सेंक लूँ, बर्फ से हालत कुछ ताप लूँ ,अपने जज़्बात फिर मिलते है ,अगले मौसम में लिए एक नया तारकशी का लिहाफ Share this:TwitterFacebookEmailLike this:पसंद करें लोड हो रहा है... Related
Bahut hi sunder rachna hai.